कोरोनावायरस के कारण रेस्टोरेंट, ऑटो और रियल्टी सेक्टर को उबरने में लगेगा 1-2 साल का समय

नई दिल्ली. कोरोनावायरस महामाही और इसके कारण चल रहे देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभावों की वजह से रेस्टोरेंट, ऑटो और रियल एस्टेट जैसे सेक्टरों को उबरने में 1 से 2 साल का समय लगेगा। यह दावा उद्योग संगठन फिक्की की ओर से 'कोविड-19: आर्थिक प्रभाव और नुकसान कम करने के प्रयास' नाम से किए गए सर्वे की रिपोर्ट में किया गया है। सर्वे में कहा गया है कि बुरी तरह से प्रभावित ट्रांसपोर्टेशन एंड टूरिज्म, लॉजिस्टिक्स, एंटरटेनमेंट और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स समेत कई अन्य सेक्टर्स को भी उबरने में इतना ही समय लग सकता है।



मांग पर निर्भर करेगी कारोबार की रिकवरी
फिक्की के सर्वे में कहा गया है कि कारोबार में रिकवरी मांग की परिस्थितियों और कारोबार के सर्वाइवल पर निर्भर करेगी। सर्वे में कहा गया है कि अपैरल एंड ब्यूटी प्रोडक्ट, बेवरेजेस, अल्कोहल बेवरेजेस, इंश्योरेंस, एग्रीकल्चर, कैमिकल, मेटल एंड माइनिंह, सर्विसेज, इंडस्ट्रीज, ऑफलाइन रिटेल और हेल्थकेयर जैसे सेक्टर कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप से उबरने में 9 से 12 महीने का समय लेंगे। रिपोर्ट में उद्योग संगठम ने कहा है कि भारतीय उद्योग को इस संकट से उबरने के लिए तत्काल 9 से 10 लाख करोड़ रुपए के प्रोत्साहन पैकेज की आवश्यकता है जो देश की कुल जीडीपी का 4 से 5 फीसदी हिस्सा हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अन्य देश भी इसी प्रकार के कदम उठा रहे हैं। भारत का डेब्ट टू जीडीपी औसत प्रबंध करने योग्य है।